सहयोगी सन्स्थान की सोंच और उसे नया फलक देने के लिए मै मेहदी अब्बास रिज़वी (बलरामपुर) और तनवीर सुल्तान रिज़वी (लखनऊ) का तहे दिल से आभारी हूँ. संस्था के हर तरह के कार्य के लिए मेरा सारा समय संस्था को समर्पित रहेगा. नारी जाति को मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास अनूठा और सराहने योग्य है.
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